SSC: पिछले साल देश में नीट, नेट आदि परीक्षाओं के पेपर लीक की खबरें सामने आई थी। इससे पहले भी राजस्थान समेत अन्य राज्यों में भी सरकारी परीक्षाओं के पेपर लीक के मामले सामने आ चुके हैं। पेपर लीक जैसे मामलों पर अंकुश लगाने के लिए एसएससी द्वारा अब एआई का इस्तेमाल किया जाएगा। 

पावर्ड कंटेंट ऑथरिंग टूल का होगा इस्तेमाल 

बता दें कि अब एआई पावर्ड कंटेंट ऑथरिंग टूल के उपयोग से पेपर लीक से बचा जा सकेगा। इस टेक्नोलॉजी को सर्विस प्रोवाइडर क्यूबेस्टेशन कंसल्टिंग द्वारा तैयार किया गया है। इसे सरकारी परीक्षाओं के दौरान इस्तेमाल किया जाएगा। 

कैसे तैयार होगा पेपर?

एसएससी के प्री अप्रूव्ड प्रश्न बैंक से एआई के जरिए क्वेश्चन सिलेक्ट किए जाएंगे। खास बात यह है कि पेपर को रियल टाइम में ही तैयार किया जाएगा, यानी परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट पहले ही एआई की मदद से प्रश्न फाइनल किए जाएंगे। इससे पहले किसी को भी इसकी जानकारी नहीं होगी कि कौन से पेपर में कौन से प्रश्न शामिल किए गए हैं। 

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डिजिटल वेरिफिकेशन के बाद ही खुलेगा प्रश्न पत्र 

प्रश्न पत्र केवल उसी अभ्यर्थी के डिजिटल वेरिफिकेशन से खुलेगा जिसने उसके लिए अप्लाई किया है। डिजिटल वेरिफिकेशन के साथ साथ एडवांस्ड इनक्रिप्शन व डिडिटल साइन शामिल होंगे। इस सिक्योरिटी से पेपर को लीक प्रूफ बनाया जाएगा। इस संबंध में एसएससी के चेयरमैन एस गोपालकृष्णन ने बताया कि एडवांस्ड सिक्योरिटी बेस्ड परीक्षा कराना एसएससी के लिए गर्व की बात है। यह न सिर्फ हमारे लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा बदलाव है। 

Meta गौरतलब है कि पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा पेपर लीक जैसे मामलों को रोकने के लिए सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम, 2024 लागू किया गया था। इसके तहत परीक्षा लीक होने पर सख्त सजा का प्रावधान रखा गया है।